कयामत तक क्या मुझे तुम सताओगे बस इतना बता दो कि घर कब आओगे। कयामत तक क्या मुझे तुम सताओगे बस इतना बता दो कि घर कब आओगे।
क्या दो अधूरी बातें मिलकर कभी पूरी होती है ? शायद हाँ....... शायद नहीं...... क्या दो अधूरी बातें मिलकर कभी पूरी होती है ? शायद हाँ....... शायद नहीं......
अधूरी जानी मानी तेरी बातों में बातें सारी हो।। अधूरी जानी मानी तेरी बातों में बातें सारी हो।।
जब हम बिन कुछ कहें करते थे ढेर सारी बातें, जब हम बिन कुछ कहें करते थे ढेर सारी बातें,
सुकून की तलाश में भटकता रहा हूं मैं दरबदर। सुकून की तलाश में भटकता रहा हूं मैं दरबदर।
कहते है जब कोई तुमसे दूर हो जाए, तब उसकी अहमियत का पता चलता है तुम्हारे जाने से मुझे मेरी औकात प... कहते है जब कोई तुमसे दूर हो जाए, तब उसकी अहमियत का पता चलता है तुम्हारे जाने...